नमस्ते दोस्तों स्वागत है आपका देवभूमि उत्तराखंड के आज के नए लेख में। आज हम आप लोगों के साथ उत्तराखंड की राजधानी कहां है एवं उत्तराखंड की राजधानी से संबंधित महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानकारी देने वाले हैं आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आएगा इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ना।
उत्तराखंड की राजधानी कहां है. Uttarakhand Ki Raajdhani
देवभूमि उत्तराखंड भारत के पर्वतीय राज्य के रूप में भी मशहूर है जिसकी स्थापना 9 नवंबर 2000 को भारत के 26 वें राज्य के रूप में हुई थी। अपनी अद्भुत वास्तु एवं शिल्प कला के साथ-साथ यह अपनी संस्कृति एवं परंपराओं के लिए भी पहचानी जाती है।
देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी मुख्य रूप से राज्य का शहरी क्षेत्र देहरादून है। मुख्य रूप से उत्तराखंड राज्य की राजधानी देहरादून है लेकिन ग्रीष्म काल में उत्तराखंड की राजधानी गैरसैन के रूप में विख्यात है।
देहरादून – दून घाटी के बीच में स्थित देहरादून उत्तराखंड राज्य की शीतकालीन राजधानी के रूप में भी जानी जाती है। जिले का मुख्यालय होने के साथ-साथ यह राज्य के प्रमुख शहरी क्षेत्रों में से एक है जो कि समुद्र तल से 1400 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। क्षेत्रफल की दृष्टि से या उत्तराखंड का सबसे बड़ा शहर है। आधुनिक संसाधनों से उपयुक्त यह शहर राज्य के प्रमुख शिक्षा केंद्र एवं चिकित्सा केंद्र का भी घर है।
देहरादून मुख्य रूप से उत्तराखंड का एक पर्यटन स्थल भी है जो कि नैनीताल एवं मसूरी जैसे हिल स्टेशनों का खूबसूरत दृश्य प्रदान करता है। यहां से प्रसिद्ध दार्शनिक स्थल मसूरी 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है साथी नैनीताल की दूरी यहां से मात्र 40 किलोमीटर के आसपास है।
गैरसैण –
गैरसैण उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी के लिए जानी जाती है। गर्मियों के समय में देहरादून जैसे महानगर में गर्मियां अधिक होती है इसलिए गैरसैण एक हिल स्टेशन होने के साथ-साथ ग्रीष्म काल में उत्तराखंड की राजधानी भी हुआ करती है। गैरसैण उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है।
उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी कब बनी. Uttarakhand ki Grishmkalin Raajdhani Kab Bani
गैरसैण उत्तराखंड का एक पर्यटन स्थल होने के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है इसलिए इसे उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में दर्जा मिला हुआ है। 8 जून 2020 को गैरसैण उत्तराखंड की राजधानी घोषित किया गया। उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कदम को स्वीकृति प्रदान की।
उत्तराखंड की दो राजधानी क्यों है. Uattarakhand ki 2 Rajdhani Kon Si Hai
दोस्तों क्या आप जानते हैं कि उत्तराखंड दो राजधानी तो बनाई गई लेकिन क्या थी इसकी वजह इसके कारण देहरादून एवं गैरसैण उत्तराखंड की राजधानी के लिए चुना गया।
दरअसल गैरसैण गैरसैण प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण एक ऐसी जगह है जहां पर हर एक व्यक्ति यात्रा के लिए आना चाहता है। सड़क मार्ग वायु मार्ग एवं रेल मार्ग की अच्छी संपर्क का होने के कारण यहां पर सभी लोग आराम से पहुंच सकते हैं इसलिए उत्तराखंड की राजधानी ग्रीष्म काल में गैरसैण स्थापित की जाती है। उत्तराखंड राज्य का कोर्ट नैनीताल जिले में स्थित है।
गैरसैण गढ़वाल एवं कुमाऊँ मंडल के दूरवर्ती गांव का एक निकटतम स्थल है जहां पर दोनों मंडल के निवासी राजधानी से संबंधित कार्य कर सकते हैं। इसलिए गैरसैण को उत्तराखंड की द्वितीय राजधानी के लिए चुना गया।
उत्तराखंड 2023 की राजधानी क्या है. Uttarakhand Ki Rajdhani 2023 Kya hai
उत्तराखंड राज्य की मुख्य रूप से दो राजधानियां बनाई गई है शीतकाल एवं ग्रीष्म काल। शीतकाल में उत्तराखंड राज्य की राजधानी देहरादून में स्थापित की जाती है राजधानी से सभी संबंधित कार्य देहरादून में किए जाते हैं जबकि ग्रीष्म ऋतु में गर्मी के मौसम होने के कारण लोग पहाड़ों की ओर जाना पसंद करते हैं इसलिए उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण में स्थित है।
दोस्तों यह तो हमारा आजकल है कि इसमें हमने आपको उत्तराखंड राज्य की राजधानी से संबंधित मुख्य बातों के बारे में जानकारी प्रदान की। आज के लेख में हमने जाना कि उत्तराखंड राज्य में दो राजधानियां शीतकालीन एवं ग्रीष्मकालीन समय के आधार पर बनाई गई है। जो कि स्थाई होने के साथ-साथ सभी कार्यों को इन स्थलों के माध्यम से करते हैं।
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