नमस्ते दोस्तों स्वागत है आपका देवभूमि उत्तराखंड के आज के नए लेख में। आज के इस लेख के माध्यम से हम आप लोगों के साथ उत्तराखंड का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल फूलों की घाटी कहां स्थित है के बारे में जानकारी साझा करने वाले हैं। देवभूमि के नाम से उल्लेखित उत्तराखंड प्राकृतिक सौंदर्य का प्रसिद्ध केंद्र है जोकि अपनी भव्य संस्कृति और पारंपरिक कलाओं के लिए पहचानी जाती है। आज के इस लेख के माध्यम से हम आप लोगों के साथ फूलों की घाटी कहां स्थित है एवं फूलों की घाटी से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानकारी साझा करने वाले हैं। आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आएगा इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ना।
फूलों की घाटी कहां स्थित है. Phoolon Ki Ghati Kaha Isthit Hai
प्यारे दोस्तों देवभूमि उत्तराखंड में बहुत से पर्यटन स्थल ऐसे हैं जोकि अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है। यहां पर यात्रा करने का सपना हर एक पर्यटक का होता है और उन्हीं पर्यटक स्थलों में से फूलों की घाटी हैं जो कि उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है। फूलों की घाटी जिसे आमतौर पर फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान के नाम से भी पहचाने जाती है।
चमोली जिले में स्थित इस खूबसूरत से स्थल में लगभग फूलों की 5000 से भी अधिक प्रजातियां पाई जाती है। खूबसूरत फूलों की खुशबू से अलंकृति है चोटी पूरे वर्ष भर में लाखों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। शायद यही कारण है कि 1982 में फूलों की घाटी को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया।
प्राकृतिक प्रेमियों के लिए यह एक खूबसूरत है पर्यटन स्थल है जहां पर बारह मास हजारों प्रकार के फूल खिले हुए होते हैं। सर्वप्रथम फूलों की घाटी की खोज ब्रिटेनी पर्वत रोही फ्रैंक स्मिथ ने 1931 में की थी। दोस्तों आशा करते हैं कि आप को फूलों की घाटी कहां स्थित है के बारे में जानकारी प्राप्त हो गई होगी।
फूलों की घाटी के बारे में. Phoolon Ki Ghati Ke Baren Me
दोस्तों वैसे तो हम फूलों की घाटी कहां स्थित है के बारे में तो जान ही चुके हैं लेकिन फूलों की घाटी के बारे में जानना अभी बाकी है। हजारों फूलों से अलंकृत फूलों की घाटी के बारे में मान्यता है कि यह अपने अंदर कई रहस्यों को छुपाए हुए हैं।
हिमालय की गोद में स्थित फूलों की घाटी भारत का एक नेशनल पार्क के रूप में भी जाना जाता है। यह घाटी अल्पाइन फूलों और वनस्पति की विविधताओं के लिए जानी जाती है।
समुद्र तल से 3352 से लेकर 3658 मीटर की ऊंचाई पर स्थित फूलों की घाटी के बारे में कहा जाता है कि यह राष्ट्रीय उद्यान 87.50 किलो मीटर स्क्वायर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस भूमि में लगभग फूलों की 5000 से भी अधिक प्रजातियां पाई जाती है। यहां पर खिले हुए विभिन्न प्रकार के रंगीन फूल खूबसूरत दिखाई देते हैं। फूलों की घाटी के दर्शन करना हर एक पर्यटक का सपना होता है क्योंकि यह भारत के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक हैं।
जब भी कोई यात्री फूलों की घाटी की यात्रा के बारे में सोचते हैं तो उनके पास तमाम प्रकार के प्रश्न होते हैं जैसे की फूलों की घाटी कहां स्थित है और फूलों की घाटी के बारे में आदि। वह इन सभी बातों से रूबरू तो हो जाते हैं लेकिन फूलों की घाटी का रहस्य नहीं जान पाते हैं। दरअसल फूलों की घाटी का रहस्य फूलों की घाटी की यात्रा का प्लान करने वाले पर्यटकों को परेशान कर सकता है।
फूलों की घाटी का रहस्य. Phoolon Ki Ghati Ka Rahasay
प्यारे पाठको हो फूलों की घाटी का रहस्य के बारे में वहां पर रहने वाले स्थानीय लोग घाटी के अस्तित्व तो के बारे में जानते और मानते है कि फूलों की घाटी को परियों और भगवान के द्वारा बताया गया था। कई स्थानीय लोगों एवं यात्रियों के द्वारा बताया जाता है कि यहां पर आज भी उन्हें यहां पर परियां दिखाई देती है । यह सवाल यहां आने वाले पर्यटकों को जरूर परेशान कर सकता है।
किवदंती यह भी है कि रामायण काल के दौरान भगवान लक्ष्मण जब मूर्छित अवस्था में थी तो संजीवनी बूटी की तलाश करते करते हैं हनुमान जी फूलों की घाटी में भी पहुंचे। लेकिन फूलों की घाटी का रहस्य आज भी यहां आने वाले पर्यटकों को जरूर सताता है। वैसे यदि आपने फूलों की घाटी के दर्शन करने की सोच रहे हैं तो बेझिझक आप यहां के दर्शन कर सकते हैं।
दोस्तों यह तो हमारा आजकल एक जिसमें हमने आपको फूलों की घाटी कहां स्थित है एवं फूलों की घाटी के बारे में और फूलों की घाटी का रहस्य से भी रूबरू कराया। आशा करते हैं दोस्तों की आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर साझा करें।
फूलों की घाटी कहां स्थित है FAQ
Q – फूलों की घाटी कहां स्थित है।
Q – फूलों की घाटी की खोज किसने की थी।
Q – फूलों की घाटी समुद्र तल से कितनी ऊंचाई पर स्थित है
Q – जोशीमठ से फूलों की घाटी की दूरी।
यह भी पढ़ें –
- भैरव बाबा उत्तराखंड.
- दायरा बुग्याल ट्रैक.
- कपिलेश्वर महादेव मंदिर पिथौरागढ़.
- छोटा कैलाश धाम उत्तराखंड.