उखीमठ.Ukhimath Ruderprayag

Ukhimath Ruderprayag (1)

हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका देवभूमि उत्तराखंड के आज के नए लेख में । आज के इस लेख में हम बात करने वाले हैं उत्तराखंड राज्य के उखीमठ ( Ukhimath ) के बारे में जो अपने प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ यहां के धार्मिक स्थलों और पर्यटन स्थलों के लिए पहचाना जाता है। आज के इस लेख के माध्यम से हम आप लोगों उखीमठ में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। दोस्तों आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख पसंद आएगा इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ना।

उखीमठ.Ukhimath Ruderprayag

समुद्र तल से 1317 मीटर की ऊंचाई पर स्थित उखीमठ ( Ukhimath Ruderprayag) उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले का एक खूबसूरत सा पर्यटन स्थल है जो कि चारों तरफ से हिमालय पर्वत और खूबसूरत पर्वत श्रृंखला से घिरा हुआ है। उखीमठ ( Ukhimath) अपने आप में ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। क्योंकि उत्तराखंड में अधिकांश हिंदू भक्त यात्रा करते हैं। सीधा सा कारण है कि यहां के कर्ण कर्ण में देवी देवताओं का वास है। उखीमठ में भगवान शिव जी को समर्पित कई ऐसे तीर्थ स्थल है जो हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।

उखीमठ कैसे सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से ओंकारेश्वर महादेव मंदिर है जो कि भगवान शिव जी को समर्पित है यह मंदिर मुख्य रूप से मंदाकिनी ने दिए के तट पर स्थित है और हरे भरे जंगलों और पहाड़ की खूबसूरत वादियों के बीच बसा हुआ है। अलावा उखीमठ भारतीय पर्यटकों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है क्योंकि यहां पर प्रकृति प्रेमियों के अलावा रोमांस भरे कई ऐसी गतिविधियां हैं जो कि यहां आने वाले पर्यटक कर सकते है।

उखीमठ खूबसूरत से ट्रेकिंग मार्ग और बर्फिली चोटियों के लिए पहचाना जाता है। शायद यही कारण है कि पूरे वर्ष भर में यहां पर लाखों पर्यटक यात्रा के लिए आते हैं।

Ukhimath Ruderprayag (1)

उखीमठ के आस पास के पर्यटन स्थल.Ukhimath Me Ghumne Ki ajagh

केदारनाथ मंदिर. Kedarnath Mandir

हिमालय पर्वत की गोद में बसा केदारनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और पंच केदार के समूह का एक मंदिर माना जाता है। कटवा पत्थरों के विशाल शिलाखंडों को जोड़कर बनाया गया केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड का सबसे विशाल शिव मंदिर में से एक है। 80वी शताब्दी में निर्मित केदारनाथ मंदिर 6 फुट पहुंचे चबूतरे पर बना हुआ है।

तीनों दिशाओं से सुंदर से पहाड़ों से गिरा हुआ केदारनाथ मंदिर समुद्र तल से लगभग 22000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। तीन पहाड़ों एवं पांच नदियों के संगम पर स्थित केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड के सबसे पवित्र स्थान में से एक माना जाता है आस्था और भक्ति का प्रतीक है मंदिर हर साल लाखों लोगों को आकर्षित करता है।

तुंगनाथ मंदिर. Tungnath Mandir

भगवान शिव जी को समर्पित तुंगनाथ मंदिर भारत के उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है । हिमालय की खूबसूरत प्राकृतिक वादियों के बीच में स्थिति भगवान भोलेनाथ का यह पावन धाम मंदिर 5000 वर्ष पुराना माना जाता है। तुंगनाथ मंदिर समुद्र तल से लगभग 3680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

यहां भगवान शिव जी के पंच केदार रूप में से एक की पूजा की जाती है। ऐतिहासिक मान्यता है कि तुंगनाथ मंदिर भगवान शिव जी के सबसे ऊंचाई पर स्थित मंदिरों में से एक है। जिसका निर्माण ग्रेनाइट पत्थरों से भव्य एवं आकर्षक तरीके से किया गया है।

चोपता. Chopta

चोपता उत्तराखंड का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण यह जगह लोकप्रिय गंतव्य और बर्फीले चोटियों के लिए पहचाना जाता है। यदि आपको स्नोफॉल एवं बर्फ देखने का शौक है तो आपको उत्तराखंड के चोपता जरूर आना चाहिए।

देवरिया ताल. Devriya Taal

खूबसूरत से घने जंगलों के बीच में स्थित देवरिया ताल प्राकृतिक सौंदर्य का जगमगाता उदाहरण है। यहां आपको बर्फीली चोटियां और रोमांस भरे ट्रैकिंग की विभिन्न प्रकार की गतिविधियां मिल जाती है।

उखीमठ कैसे पहुंचे. Ukhimath Kese Pachuchen

दोस्तों यदि आप भी उखीमठ पहुंचाना चाहते हैं। हम आपको बताना चाहेंगे कि उखीमठ अपने के लिए सड़क मार्ग और वायु मार्ग के साथ-साथ रेल मार्ग का विकल्प भी उपलब्ध है।

सड़क मार्ग द्वारा उखीमठ – सड़क मार्ग से ओके मत ऋषिकेश से लगभग 158 किलोमीटर और उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से यह मात्र 218 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उखीमठ पूरी तरह से सड़क मार्ग के साथ जुड़ा हुआ है। आप देश के किसी भी कोने से उखीमठ पहुंच सकते हैं।

रेल मार्ग द्वारा उखीमठ – उखीमठ का नजदीकि रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है ऋषिकेश से 158 किलोमीटर की दूरी पर उखीमठ स्थित है। यहां से बस और टैक्सी के माध्यम से भी उखीमठ पहुंच सकते हैं।

हवाई जहाज द्वारा उखीमठ – उखीमठ नजदीकी एयरपोर्ट देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है। से ओके उखीमठ दूरी मात्र 218 किलोमीटर है। देहरादून के एयरपोर्ट से आपको बस एवं टैक्सी या आराम से उखीमठ मिल जाती है।

दोस्तों यह था हमारा आज का लेख जिसमें हमने आपको उत्तराखंड के ऊखीमठ ( Ukhimath) के बारे में जानकारी दी। आशा करते है कि आपको उखीमठ के बारे में जानकारी मिल गई होगी। आपको यह ले कैसा लगा हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। उत्तराखंड से संबंधित ऐसे ही जानकारी युक्त लेख पाने के लिए आप देवभूमि उत्तराखंड को जरूर फॉलो करें।

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