हेलो दोस्तों स्वागत है आपका देवभूमि उत्तराखंड के आज के नए लेख में। इस लेख के माध्यम से हम आप लोगों के साथ उत्तराखंड का प्रसिद्ध मंदिर सिद्धबली हनुमान मंदिर के बारे में ( Sidhbali Mandir Kotdwar )जानकारी देने वाले हैं। जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि देवभूमि उत्तराखंड में आने को ऐसे मंदिर है जो अपने भव्य इतिहास और श्रद्धा के लिए पहचाने जाते हैं। मंदिरों में से एक है कोटद्वार का सिद्धबली मंदिर जो कि अपने इतिहास और पौराणिक कहानियों के लिए पहचाना जाता है। इस लेख में हम आप लोगों के साथ कोटद्वार सिद्धबली मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले हैं आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख पसंद आएगा।
सिद्धबली मंदिर कोटद्वार. Sidhbali Mandir Kotdwar
हनुमान जी को समर्पित सिद्धबली मंदिर उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटदार शहर में स्थित दिव्या और आकर्षित मंदिर है। जो प्राकृतिक सौंदर्य के अलावा अपनी दिव्य शक्तियों के लिए पहचाना जाता है। आस्था और भक्ति का प्रतीक सिद्धबली मंदिर में केवल उत्तराखंड का एक प्रसिद्ध मंदिर है बल्कि पूरे देश और दुनिया से यहां पर लोग दर्शन के लिए आते हैं।
कोटद्वार शहर के मुख्य रोड पर स्थित यह मंदिर रोड से लगभग 500 मीटर की दूरी पर खो नदी के किनारे पर स्थित है। सिद्धबली मंदिर कोटद्वार ( Sidhbali Mandir Kotdwar ) में भंडारा काफी प्रसिद्ध है। खबरों के अनुसार माने तो सिद्धबली मंदिर में किए जाने वाले भंडारे की बुकिंग 2025 तक पहले ही की गई है। इस बात से हम अंदाजा लगा सकते हैं कि हनुमान जी को समर्पित दी है मंदिर कितना शक्तिशाली है और मंदिर के प्रति लोगों का कितना अटूट विश्वास है।
प्राचीन समय में इस जगह पर एक छोटा सा मंदिर हुआ करता था। लेकिन भगवान हनुमानजी के भक्त पूरी देश दुनिया में अटूट श्रद्धा और भक्ति के साथ फैले हुए हैं। धीरे-धीरे सिरदार लगवाने इस भव्य मंदिर का निर्माण किया जो कि एक सिद्ध पीठ मन्दिर समूह में भी शामिल है।
सिद्धबली मंदिर का इतिहास. Sidhbali Mandir History
सिद्धबली मंदिर का इतिहास ( Sidhbali Mandir History ) अपने आप में खास और महत्वपूर्ण है। पौराणिक कथाओं के अनुसार किवदंति है की संजीवनी बूटी की तलाश में निकलने के दौरान भगवान हनुमान जी इस जगह में रुके और यहां यहां के सिद्ध बाबा को हनुमान जी की सिद्धि प्राप्त हुई। के कारण सिद्ध बाबा ने इस जगह पर एक विशाल मंदिर का निर्माण किया जो कि आज के समय में सिद्धबली मंदिर के नाम से पहचाना जाता है। हनुमान जी की एक अनुपम प्रतिमा है जिसके प्रति लोगों का अटूट विश्वास देखने को मिलता है।
दूसरी मान्यता यह भी है कि जब भारत में ब्रिटिश सरकार का शासन था तो उसे समय माना जाता है कि एक मुस्लिम सुपरिंटेंडेंट थे जो कि अंग्रेजों का मुलाजिम थे। एक दिन वह घोड़े से पेट्रोलिंग कर रहे थे जैसे ही वह ब्रिटिश शासक सिद्धबली समाधि के पास पहुंचा तो वह बेहोश हो गया। दौरान उन्हें एक सपना आया जिसमें उनको सिद्धबली की समाधि पर एक मंदिर बनाने के बारे में आदेश मिलता है। माना जाता है कि कुछ मुस्लिम सुप्रिडेंट के द्वारा बताए गए सपने के आधार पर लोगों ने यहां मंदिर का निर्माण किया।
सिद्धबली मंदिर कैसे पहुंचे. How to Reach Sidhbali Mandir
प्यारे पाठको यदि आप भी सिद्धबली मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं तो बताना चाहेंगे कि सड़क मार्ग के अलावा वायु मार्ग और रेल मार्ग के यहां पर उचित विकल्प शामिल है। लेकिन यहां पर सड़क मार्ग और रेल मार्ग का अच्छा माध्यम है। आप आसानी से सिद्धबली मंदिर कोटद्वार ( Sidhbali Mandir History ) के दर्शन कर सकते हैं।
हवाई जहाज से सिद्धबली मंदिर कैसे जाएं । By Road Sidhbali Mandir Kotdwar
सिद्धबली मंदिर का निकटतम एयरपोर्ट जॉली ग्रांट देहरादून है जो कि यहां से लगभग 108 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। एयरपोर्ट से कोटद्वार के लिए बसें लगी रहती है। आगुंतक बसों के माध्यम से भी यात्रा के लिए आया करते हैं।
ट्रेन से सिद्धबली मंदिर कैसे जाएं। By Train Sidhbali Mandir Kotdwar
यदि आप भी सिद्धबली मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं और रेल मार्ग के माध्यम से अपनी यात्रा पूरी करना चाहते हैं तो सिद्धबली मंदिर का नजदीकी रेलवे स्टेशन कोटद्वार में ही स्थित है जो कि लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अपने शहर एवं नजदीकी रेलवे स्टेशन से कोटद्वार के लिए सीधी यात्रा कर सकते हैं।
बस से सिद्धबली मंदिर कैसे जाएं। By Road Sidhbali Mandir Kotdwar
प्यारे पाठकों बस के माध्यम से सिद्धबली मंदिर कोटद्वार के दर्शन करना काफी आसान है यह मंदिर सड़क मार्ग से लगभग 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। और सड़क हमारे देश के कोने कोने से संपर्क रखता है। आप अपने शहर से सड़क मार्ग के माध्यम से कोर्ट का शहर आसानी से पहुंच सकते हैं और सिद्धबली बाबा हनुमान जी के दर्शन कर सकते हैं।
दोस्तों यह था हमारा आज का लेख जिसमें हमने आपको कोटद्वार सिद्धबली मंदिर के बारे में जानकारी दी। है कि आपको कोटद्वार से सिद्धबली मंदिर के बारे में जानकारी मिल गई होगी। यदि आपको यह लेख पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर साझा करें। उत्तराखंड से संबंधित ऐसे ही जानकारी युक्त लेख पाने के लिए आप देवभूमि उत्तराखंड को जरूर फॉलो करें।
सिद्धबली मंदिर कोटद्वार FAQ
Ans – सिद्धबली मंदिर समिति आवास के लिए धर्मशाला उपलब्ध कराती है। जहां पर मंदिर में भंडारा करने वाले हैं श्रद्धालुओं विश्राम कर सकते हैं।
Ans – दोस्तों सिद्धबली मंदिर दर्शनार्थियों के लिए सुबह 4:30 बजे से 2:00 तक और 3:00 से लेकर रात्रि के 8:00 तक खुला रहता है। प्लीज सभी श्रद्धालु मंदिर में जाकर दर्शन कर सकते हैं।
Ans – कोटद्वार से सिद्धबली मंदिर – 3 किलोमीटर
ऋषिकेश से सिद्धबली मंदिर – 88 किलोमीटर
दिल्ली से सिद्धबली मंदिर – 250 किलोमीटर
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