पहाड़ी करेला राम करेला के बारे में. Pahadi Ram Karela

Pahadi Ram Karela

नमस्ते दोस्तों स्वागत है आपका देव भूमि उत्तराखंड के आज के नए लेख में। आज के इस लेख के माध्यम से हम आप लोगों के साथ पहाड़ी करेला के बारे में (Pahadi Ram Karela)बात करने वाले हैं। पौष्टिक तत्वों से भरपूर पहाड़ी करेला की सब्जी उत्तराखंड में पारंपरिक तौर तरीके से पकाए जाने के कारण बड़ी ही स्वादिष्ट होती है। आज के इस लेख में हम आपको पहाड़ी करेला (Pahadi Ram Karela) जिसे राम करेला के नाम से जाना जाता है के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। आशा करते हैं कि दोस्तों आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आएगा इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ना।

पहाड़ी करेला राम करेला के बारे में. Pahadi Ram Karela

प्यारे दोस्तों राम करेला उत्तराखंड में पाए जाने वाला एक बेहद स्वादिष्ट सब्जीदार पौधा है जो कि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में अत्यधिक मात्रा में पाया जाता। उत्तराखंड के लोगों द्वारा इसे जुलाई अगस्त माह में बोया जाता है और सितंबर अक्टूबर तक इसके बेल पर फलीदार करेला तैयार हो जाता है। यह अपने स्वाद के कारण उत्तराखंड में विभिन्न नामों से जाना जाता है। स्थानीय लोगों द्वारा इसे ही ककोड़ा राम करेला आदि के नामों से पहचाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम सिलेंथ्रा पेड़ाता (Cyclanthera pedata) है।

हरा रंग का दिखने वाला यह नन्ना सा करेला पर छोटी-छोटी नुकीले कांटे पाए जाते हैं। इसकी सब्जी उत्तराखंड में पारंपरिक तौर तरीके से बकाया जाने के कारण बेहद स्वादिष्ट होती है। करेला जब पक जाता है तो इसके अंदर काले रंग के बीज उत्पन्न हो जाते हैं।

यह सर्दियों के समय में उत्तराखंड की हर एक घर में परोसी जाती है। गर्मियों के समय में इसका सेवन करने के लिए पहाड़ी लोगों द्वारा करेले का सुखसा लगाकर गर्मियों के सेवन के लिए तैयार किए जाते हैं।
एक सब्जी का नाम करेला क्यों पड़ा यह तो पता लगाना मुश्किल है लेकिन मान्यता है कि भगवान राम ने अपने वनवास के दौरान इस सब्जी का सेवन किया था तभी से इसे राम करेला (pahadi Vegetables Ramkarela) कहां जाने लगा।

पहाड़ी सब्जी राम करेला के तत्व. Pahadi Ram Karela Ke Tatwa

  • पहाड़ी सब्जी राम करेला में एंटी ऑक्सीडेंट तत्व पाया जाता है जो कि खून को साफ रखने के साथ साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
  • राम करेला को दूध में उबालकर टॉन्सिलिस्ट का उपचार भी किया जाता है।
  • पहाड़ी करेला में भारी मात्रा में आयरन तत्व पाया जाता है। जो कि शरीर में आयरन की कमी को पूरी करता है।
  • पहाड़ी करेला के बीज से बने पाउडर से पेट के कीड़ों को खत्म किया जा सकता है।
  • पहाड़ी करेला राम करेला का रस उच्च रक्तचाप को संतुलन बनाने में उपयोग में लाया जाता है।

दोस्तों यह तो हमारा आज का लेख जिसमें हमने आपको पहाड़ी करेला या राम करेला के बारे में जानकारी साझा की। आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आया होगा। इसलिए इस लेख को अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर साझा करें।

अस्वीकरण

प्यारे पाठको यह लेख केवल जानकारी एवं शैक्षणिक जानकारी के लिए साझा किया गया है। पहाड़ी करेला या राम करेला का उपयोग किसी भी प्रकार के उपचार में करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। देवभूमि उत्तराखंड आपको कभी भी किसी भी प्रकार की औषधि को अपनाने की सलाह नहीं देता है।

यह भी पढ़ें – 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *