उत्तराखंड के वन्य जीव अभ्यारण.Wildlife Sanctuaries of Uttarakhand

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नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं उत्तराखंड में पाए जाने वाले वन्य जीव अभ्यारण के बारे में ( Wildlife Sanctuaries of Uttarakhand) । जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि देवभूमि उत्तराखंड प्राकृतिक सौंदर्य का एक अनूठा स्थान है जहां की प्राकृतिक सौंदर्य हर किसी का मन मोह लेती है। वन्य जीव अभ्यारण प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण होते हुए यहां पर विभिन्न प्रकार के वन्य जीव पाए जाते हैं।

अभ्यारण घूमने के लिए उपयुक्त स्थल माने जाते हैं यहां पर प्राकृतिक सौंदर्य के अलावा विभिन्न प्रकार के विलुप्तप्राय वन्य जीव प्राणियों देखने को मिलते हैं। दरअसल अपने जीव अभ्यारण को संरक्षित रखने का मुख्य उद्देश्य जंगली जानवरों को निवास स्थान देना है। वह स्वतंत्र रूप से घूम एवं पालन पोषण कर सके। उत्तराखंड के वन्य जीव अभ्यारण के बारे में जानते हैं।

उत्तराखंड के वन्य जीव अभ्यारण.Wildlife Sanctuaries of Uttarakhand

गोविंद वन्य जीव विहार.Govind Wildlife Sanctuary

उत्तराखंड के वन्य जीव अभ्यारण में शामिल गोविंद वन्य जीव विहार 485 किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यह उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है जो की मुख्य रूप से स्नो लेपर्ड , कस्तूरी मृग, भरल बिल्ली काला और मोनाल चकोर गोल्डन ईगल आदि पक्षियां पाई जाती है । प्राकृतिक सौंदर्य परिपूर्ण यह है जगह घूमने फिरने के लिए भी अच्छी मानी जाती है।

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अस्कोट वन्य जीव विहार.Askot Wildlife Sanctuary

1986 में स्थापित अस्कोट वन्य जीव विहार उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद में स्थित है जो की 600 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है। प्रतीक सौंदर्य से परिपूर्ण यह वन्य जीव विहार विभिन्न प्रकार के पशु पक्षियों का निवास स्थान है। यहां पर मुख्य रूप से हिमालय बाघ, बर्फ का रीच, कस्तूरी मृग, भरल और थार आदि आदि पक्षियां पाई जाती है।

बिनसर वन्य जीव विहार.Binsar Wildlife Sanctuary

उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित बिनसर वन्य जीव विहार 1988 में स्थापित किया गया। प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण उत्तराखंड का यह वन्य जीव विहार 47 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यहां पर विभिन्न प्रकार के पशु पक्षियां जैसे तेंदुवा, काला भालू, जंगली बिल्ली, जंगली सुअर आधी का निवास स्थान है। वैसे यह जगह घूमने के लिए बेहद खूबसूरत मानी जाती है। क्योंकि प्राकृतिक सौंदर्य होने के कारण यहां का वातावरण काफी मनमोहक है।

मसूरी वन्य जीव विहार.Mussoorie Wildlife Sanctuary

1993 में स्थित मसूरी वन्य जीव विहार 11 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ उत्तराखंड के देहरादून जिले में स्थित है। पाए जाने वाले मुख्य वन्य जीव लंगूर, भालू, गुलदार, आदि एवं पक्षियों में तीतर, बटेर चकोर, आदि पक्षियां देखे जा सकते हैं।

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केदारनाथ वन्य जीव विहार.Kedarnath Wildlife Sanctuary

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित केदारनाथ वन्य जीव विहार 957 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इस वन्यजीव विहार को 1972 मैं स्थापित किया गया था। यह चमोली और रुद्रप्रयाग के केदार खंड क्षेत्र में स्थित है। वन्य जीव अभ्यारण में मुख्य रूप से स्नो लेपर्ड, तेंदुआ, हिमालय काला भालू और कस्तूरी मृग आदि प्रकार के वन्य जीव निवास करते हैं।

सोना नदी वन्य जीव विहार,Sona Nadi Wildlife Sanctuary

सोना नदी वन्य जीव विहार उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित उत्तराखंड का प्रमुख वन्य जीव अभ्यारण है जो 301 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इसकी स्थापना सन 1987 में की गई थी यहां मुख्य रूप से हाथी, शेर, गुलदार, चीतल, सांभर, सियार, अजगर एवं हॉर्नबिल, प्लास फिशिंग, एगलिस, किंगफिशर आदि प्रकार के वन्य जीव निवास करते हैं।

दोस्तों यह था हमारा आज का लेख जिसमें हमने आपको उत्तराखंड में पाए जाने वाले प्रमुख वन्य जीव विहारों के बारे में जानकारी दी। आशा हैं कि आपको उत्तराखंड में पाए जाने वाले वन्य जीव अभ्यारण के बारे में ( Wildlife Sanctuaries of Uttarakhand ) जानकारी मिल गई होगी। आपको यह ले कैसा लगा हमें कमेंट के माध्यम से बताएं और यदि आपको यह लाइक पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर साझा करें। उत्तराखंड से संबंधित ऐसे ही जानकारी युक्त लेख पाने के लिए आप देवभूमि उत्तराखंड को जरूर फॉलो करें।

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