उत्तराखंड के राज्य चिन्ह. Uttarakhand Ke Rajya Chinh

Uttarakhand Ke Rajya Chinh

नमस्ते दोस्तों स्वागत है आपका देवभूमि उत्तराखंड के आज के नए लेख में। आज के इस लेख के माध्यम से हम आप लोगों के साथ उत्तराखंड राज्य के राज्य चिन्ह के बारे में (Uttarakhand Ke Rajya Chinh) जानकारी देने वाले हैं। देवभूमि उत्तराखंड अपने सांस्कृतिक धरोहर के लिए पूरे विश्व में जानी जाती है। और इस जिले को खास बनाती है उत्तराखंड के राज्य चिन्ह जिनकी माध्यम से उत्तराखंड राज्य को एक विशेष पहचान मिलती है। आज के इस लेख में हम उत्तराखंड राज्य के राज्य चिन्हों के बारे में (Uttarakhand Ke Rajya Chinh) जानकारी साझा करने वाले हैं। आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आएगा इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ना।

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प्यारे दोस्तों लेख शुरू करने से पहले हम आपको उत्तराखंड राज्य के बारे में थोड़ा सा जानकारी देना चाहेंगे।

उत्तराखंड राज्य के बारे में. Uttarkhand Rajya Ke Bare Me

प्रसिद्ध राज्य उत्तराखंड भारत के उत्तरी क्षेत्र में स्थित एक पर्वतीय राज्य है। जो कि अपनी संस्कृति एवं परंपराओं के तौर पर एक नई पहचान बनाया हुआ है। देवभूमि उत्तराखंड की 9 नवंबर 2000 को स्थापना की गई। इससे पहले उत्तराखंड राज्य उत्तर प्रदेश राज्य का एक हिस्सा हुआ करता था। लोगों की एक अलग मांग के कारण उत्तराखंड राज्य को उत्तर प्रदेश राज्य से अलग किया गया और 9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड राज्य के रूप में एक नई राज्य की नींव रखी गई। जबकि 1 जनवरी 2007 से उत्तराखंड राज्य का नाम उत्तरांचल से उत्तराखंड में परिवर्तित हो गया। पहले इस राज्य को उत्तरांचल के नाम से भी जाना जाता था।

उत्तराखंड के पूर्व में नेपाल एवं पश्चिम में हिमाचल और उत्तर में तिब्बत राज्य स्थित है। भारत का 26 वा राज्य के रूप में सामने आया जबकि हिमालय क्षेत्र का यह दसवां राज्य है। प्राचीन काल से ही उत्तराखंड दिव्य आत्माओं का निवास स्थान रही है इसलिए इसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। उत्तराखंड राज्य को दो भागों में बांटा गया है गढ़वाल मंडल एवं कुमाऊं मंडल। हिंदू शास्त्रों के अनुसार उत्तराखंड के कुमाऊं को मानस खंड एवं गढ़वाल क्षेत्र को केदारखंड के नाम से जाना गया है। ऋग्वेद में उत्तराखंड को देवभूमि की संज्ञा दी गई है।

उत्तराखंड के राज्य चिन्ह. Uttarakhand Ke Rajya Chinh

उत्तराखंड राज्य के राज्य प्रतीक चिन्ह एक गोलाकार मुद्रा में तीन पर्वतों की एक श्रृंखला है। जिसके ऊपर सम्राट अशोक की लाट को उकेरा गया है। इसके नीचे उत्तराखंड की पवित्र नदी गंगा की लहरों को दिखाया गया है।

यह चिन्ह उत्तराखंड का राज्य चिन्ह है। उत्तराखण्ड के विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों में यह चिन्ह मुख्य रूप से देखने को मिल जाता है।

  • उत्तराखंड का राज्य पशु – कस्तूरी मृग
  • उत्तराखंड का राज्य पक्षी – मोनाल
  • उत्तराखंड का राज्य वृक्ष – बुरांश
  • उत्तराखंड का राज्य पुष्प – ब्रह्म कमल

उत्तराखंड का राज्य पशु. State Animal of Uttarakhand.

उत्तराखंड राज्य का राज्य पशु कस्तूरी मृग है। कस्तूरी मृग का वैज्ञानिक नाम मास्कसकाइसोगास्टर हैं। कस्तूरी वनाच्छादित हिम शिखरों में अधिक पाया जाता है। हिमालयन लोगों द्वारा इसे मस्कडियर भी कहा जाता है। उत्तराखंड राज्य में कस्तूरी मेरठ की 4 प्रजातियां पाई जाती है।

उत्तराखंड का राज्य पक्षी. state bird of uttarakhand

उत्तराखंड का राज्य पक्षी मोनाल है। मोनाल का वैज्ञानिक नाम लोफोफोरसइपिजेंस हैं । अधिकार पर मोनाल पक्षी हिमालय क्षेत्र के ऊंचे स्थानों में अधिक पाया जाता है। उत्तराखंड के स्थानीय लोगों द्वारा इसे मन्याल वा मनाल के नाम से भी पहचाना जाता है। उत्तराखंड का राज्य पक्षी मोनाल उत्तराखंड का ही नहीं बल्कि नेपाल देश का भी राज्य पक्षी है। मोनाल का लोकप्रिय आहार आलू माना जाता है।

उत्तराखंड का राज्य वृक्ष. State Tree of Uttarakhand

उत्तराखंड का राज्य वृक्ष बुरास है। बुरांश का वैज्ञानिक नाम रोडोडेन्ड्रनअरबोरियम है । उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में अधिकतर ऊंचाई में अधिक पाए जाते हैं। यह एक सदाबहार वृक्ष है जिसके पत्ते हमेशा हरे रहते हैं एवं वसंत ऋतु के प्रवेश पर उत्तराखंड का राज्य वृक्ष बुरास द्वारा खूबसूरत सी फूल बुरांश खिलते है। समानता है बुरा आज 11000 मीटर की ऊंचाई पर अधिक पाया जाता है।

उत्तराखंड का राज्य पुष्प. State Flower of Uttarakhand

उत्तराखंड का राज्य पुष्प ब्रह्म कमल है। ब्रह्म कमल को महाभारत के वन पर्व में सौगन्धिक पुष्प कहां गया है इसका वैज्ञानिक नाम सोसुरिया अबवेलेटा है । उत्तराखंड का राज्य पुष्प ब्रह्म कमल जुलाई से सितंबर माह तक खिला हुआ होता है उत्तराखंड राज्य में ब्रह्म कमल की कुल 24 प्रजाति है। ब्रह्म कमल की जड़ों का औषधि के रूप में भी उपयोग किया जाता है।

उत्तराखंड राज्य के राज्य चिन्ह F&Q

Q – उत्तराखंड राज्य फूल क्या है।

Ans – उत्तराखंड राज्य का राज्य फूल ब्रह्म कमल है। यह मुख्य रूप से 3600 से 4500 मीटर की ऊंचाई पर पाया जाता है । ब्रह्म कमल को महाभारत के वन पर्व में सौगन्धिक पुष्प कहां गया है इसका वैज्ञानिक नाम सोसुरिया अबवेलेटा है ।

Q – उत्तराखंड का राज्य चिन्ह

Ans – उत्तराखंड राज्य के राज्य प्रतीक चिन्ह एक गोलाकार मुद्रा में तीन पर्वतों की एक श्रृंखला है। जिसके ऊपर सम्राट अशोक की लाट को उकेरा गया है। इसके नीचे उत्तराखंड की पवित्र नदी गंगा की लहरों को दिखाया गया है।

Q – उत्तराखंड का राज्य पशु

Ans – उत्तराखंड का राज्य पशु कस्तूरी मृग है। कस्तूरी मृग का वैज्ञानिक नाम मास्कसकाइसोगास्टर है। कस्तूरी केवल नर मृग में पाया जाता है। कस्तूरी मृग उत्तराखंड के वनाच्छादित हिम शिखरो में अधिक पाया जाता है।

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